किशमिश, जानें किस तरह खाने से मिलेंगे फायदे

किशमिश, जानें किस तरह खाने से मिलेंगे फायदे



 शरीर में आयरन की मात्रा अच्छी होनी चाहिए फिर किशमिश का उपयोग ज्यादातर घर-घर में कई चीजों के लिए उपयोग होता है। किशमिश में प्रोटीन, आयरन, फाइब होते है |
 फाइटोकैमिकल्स, एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, हेल्दी फैट और विटामिन -e जैसे - विभिन्न पोषक तत्व हमारी सेहत के लिए बेहद गुण कारी होते हैं।
हम किशमिश का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में पीले अंगूर से बनने वाले ड्राईफ्रूट आंखों के आगे घुमने लगती हैं, किशमिश की भिन्न-भिन्न तरह की कई किस्मे होती हैं। चलो जानते हैं कितने तरह की किशमिश होती हैं किशमिश और इसे खाने से मिलते हैं

किशमिश का सेवन कैसे करें :-

किशमिश के फायदे करे दोगुना करना चाहते हैं इसका सेवने से पहले भिगोया करें। किशमिश को भिगाकर खाने से अंदर मौजूद तत्व बेहतर प्रदर्शन करते हैं। इसलिए आप रोजाना रात को 20-30 किशमिश को भिगोकर रखें और सुबह खाली पेट खाऐ |

किशमिश की किस्मे :-
1.सुनहरी किशमिश :-
सुनहरी किशमिश का आकार किशमिश से थोड़ा छोटा होता है। जिसे बीज रहित अंगूर से बनाया जाता है। 

2.काली किशमिश :-
काली किशमिश को काले ही अंगूर से तैयार किया जाता है। काली किशमिश हमारे बालों को झड़ने से रोक करतती है, और हमारी आंतों की सफाई करने मे सहायता करती है और त्वचा मे होने वाली समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।
3.ज़ांटे करंट्स :-
ज़ांटे करंट्स कली किशमिश की तरह होती है | लेकिन स्वाद में मीठी नहीं होती है। इनमें थोडे तीखी होती है, साथ ही आकार में छोटी होती हैं। यह किशमिश खराश को कम करने, इम्यूनिटी बढ़ाने और रक्तचाप को कम करने मे मदद करती है।

4.लाल किशमिश :-
लाल किशमिश अन्य किशमिशौ की तुलना में ज्यादा टेस्टी होती है, जिसे लाल अंगूरों से बनाया जाता है। लाल किशमिश मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद होती है | और साथ ही आंखों की रोशनी को भी सुधारती है।

टिप्पणियाँ